मानव मस्तिष्क

मस्तिष्क 

-हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है ।यह संपूर्ण शरीर की क्रिया विधियों का नियंत्रण करता है। हमारे शरीर में होने वाली सभी क्रियाएं मस्तिष्क द्वारा संचालित होती है। हमें भूख ,प्यास ,परिवहन, हमारे फेफड़े ,हृदय, वृक्क ,बोलना ,सुनना ,यादाश्त, भावनाएं, विचार, हमारे द्वारा किया जाने वाला दैनिक जीवन में व्यवहार संपूर्ण  गतिविधियां मस्तिष्क संपन्न करता है।
मस्तिष्क कठोर आवरण द्वारा घिरा होता है जिसे हम खोपड़ी कहते हैं, यह इस को सुरक्षा प्रदान करने का कार्य करती है, क्योंकि मस्तिष्क में उपस्थित सभी कोशिकाएं उत्तक आदि सभी अति संवेदनशील होते हैं I
मस्तिष्क की बाहरी परत ड्यूरा मैटर, मध्य परत एरेक्नॉइड, यह बहुत ही पतली होती है Iऔर सब से आंतरिक परत पाया मैटर जो उतको के संपर्क में होती है।
मस्तिष्क को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है।
  1. अग्र मस्तिष्क
  2. मध्य मस्तिष्क
  3. पश्च मस्तिष्क
मस्तिष्क
मस्तिष्क


मस्तिष्क



अग्र मस्तिष्क-

अगर मस्तिष्क सेरीब्रम और हाइपोथैलेमस का बना होता है ।सेरीब्रम मानव मस्तिष्क का एक बड़ा भाग का निर्माण करता है। अग्र मस्तिष्क लैंगिक व्यवहार मनोभावनाओ की अभिव्यक्ति जैसे उत्तेजना खुशी, गुस्सा, भय ,तापमान, खाने और पीने ,आदि का नियंत्रण करता है ।
एक गहरी लंबवत विदर प्रमस्तिष्क को दो भागों, दाएं व  बाएं प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध में विभक्त करती है । प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध को कोशिकाओं की एक परत आवरित करती हैं ,जिसे प्रमस्तिष्क वल्कुट कहते हैं। प्रमस्तिष्क वल्कुट को इसके धूसर रंग के कारण धूसर द्रव्य कहा जाता है। प्रमस्तिष्क वल्कुट में प्रेरक क्षेत्र संवेदी भाग और बड़े भाग होते हैं, जो स्पष्टतया ने तो प्रेरक क्षेत्र होते हैं , और न ही संवेदी, यह भाग सहभागी क्षेत्र कहलाते हैं ।तथा जटिल क्रियाओं जैसे अंतर संवेदी सहभागिता स्मरण, संपर्क सूत्र ,आदि के लिए जिम्मेदार होते हैं ।इस पथ के रेशे माइलिन आच्छद से आवरित रहते हैं , जो की प्रमस्तिष्क गोलार्द्ध का आंतरिक भाग बनाते हैं ,यह इस पर को सफेद अपारदर्शी रूप प्रदान करते हैं ।जिसे श्वेत द्रव्य कहते हैं

मध्य मस्तिष्क-
मध्य मस्तिष्क अग्र मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस तथा पश्च मस्तिष्क के पोंस के बीच स्थित होता है ।मध्य मस्तिष्क का ऊपरी भाग चार लोबनुमा उभारो का बना होता है जिन्हें कॉर्पोरा क्वाड्रीजेमीन कहते हैं। एक नाल प्रमस्तिष्क तरल नलिका मध्य मस्तिष्क से गुजरती है। मध्य मस्तिष्क और पश्च मस्तिष्क, मस्तिष्क स्तंभ बनाते हैं ।

पश्च मस्तिष्क-
पश्च मस्तिष्क पोंस अनुमस्तिष्क और मध्यांश का बना होता है। पोंस रेशेनुमा पथ का बना होता है जो कि मस्तिष्क के विभिन्न भागों को आपस में जोड़ते हैं ।मध्यान्श श्वसन,  हृदय परीसंचारी प्रतिवर्तन ,और पाचक रसों के स्राव के नियंत्रण का कार्य करते हैं।

मस्तिष्क



इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

भारत में पाई जाने वाली वनस्पति I भारत में पाए जाने वाले वन I

प्राणी उत्तक

न्यूलैंड्स का अष्टक सिद्धांत । न्यूलैंड्स के अष्टक सिद्धांत की कमियां