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भारत में प्रथम पुरुष

भारत में प्रथम पुरुष स्वतंत्र भारत के भारतीय गवर्नर जनरल- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी भारतीय थल सेना के सेनापति - जनरल के.एम. करिअप्पा फील्ड मार्शल जनरल - एस.एच. एफ .जे. मानेक शॉ राष्ट्रपति - डॉ राजेंद्र प्रसाद उपराष्ट्रपति - डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन प्रधानमंत्री- पंडित जवाहरलाल नेहरू ब्रिटिश गवर्नर जनरल ऑफ बंगाल- वारेन हेस्टिंग्स आई सी एस - सत्येंद्र नाथ टैगोर   अंतरिक्ष यात्री - स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा इंग्लिश चैनल तैरकर पार करने वाले तैराक - मिहिर सेन रेमन मैग्सेसे पुरस्कार प्राप्त करता - विनोबा भावे नोबेल पुरस्कार विजेता - रवींद्रनाथ टैगोर राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष - व्योमेश चंद्र बनर्जी लोकसभा अध्यक्ष- जी.वी मावलंकर यह भी जाने-  भारत में प्रथम महिला मुख्य चुनाव आयुक्त - सुकुमार सेन अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के भारतीय अध्यक्ष- न्यायमूर्ति डॉ नगेंद्र सिंह भारत रत्न से विभूषित विदेशी - खान अब्दुल गफ्फार खान भारतीय अंटार्कटिका अभियान दल के नेता- डॉ सैयद जहूर कासिम सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश- न्यायमूर्ति हीरालाल जे. कानिया भ

प्रमुख राष्ट्रीय तिथियां व प्रमुख अंतरराष्ट्रीय तिथियां या दिवस

                                       प्रमुख राष्ट्रीय तिथियां जनवरी 12 -राष्ट्रीय युवा दिवस ( स्वामी विवेकानंद की स्मृति में) जनवरी 15 -थल सेना दिवस जनवरी 24- राष्ट्रीय बालिका दिवस जनवरी 26-भारत का गणतंत्र दिवस  जनवरी 30 - शहीद दिवस बापू की पुण्य स्मृति में व राष्ट्रीय कुष्ठ रोग उन्मुक्तिकरण दिवस फरवरी 1 - तटरक्षक दिवस, कल्पना स्मृति दिवस फरवरी 24- केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस फरवरी 28 -राष्ट्रीय विज्ञान दिवस अप्रैल 14 -अंबेडकर जयंती  मई 11 -राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस  जुलाई 1 - चिकित्सक दिवस, भारतीय स्टेट बैंक स्थापना दिवस अगस्त 15 -भारत का स्वतंत्रता दिवस  अगस्त 20- सद्भावना दिवस राजीव गांधी की स्मृति में, मच्छर दिवस अगस्त 29 -राष्ट्रीय खेल दिवस मेजर ध्यानचंद की स्मृति में सितंबर 5 -शिक्षक दिवस डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में सितंबर 14- हिंदी दिवस अक्टूबर 2- महात्मा गांधी जयंती लाल बहादुर शास्त्री जयंती  अक्टूबर 4 -राष्ट्रीय एकता दिवस अक्टूबर 8- वायु सेना दिवस अक्टूबर 31- राष्ट्रीय संकल्प दिवस श्रीमती इंदिरा गांधी की स्मृति में अक्टूबर 31 -राष्ट्रीय ए

हृदय

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हृदय क्या आपने कभी सोचा है कि हमारा हृदय कैसे कार्य करता है??? तो आइए इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं ----- हृदय एक पेशीय अंग है जो हमारी मुट्ठी के आकार का होता है| क्योंकि रुधिर को ऑक्सीजन वह कार्बन डाइऑक्साइड दोनों का ही वहन करना होता है अतःऑक्सीजन प्रचुर रुधिर को कार्बन डाइऑक्साइड युक्त रुधिर से मिलने को रोकने के लिए हृदय के कोष्ठो में बंटा होता है |कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ने के लिए फुफ्फुस मैं जाना होता है तथा फुफ्फुस से वापस ऑक्सीजनित रुधिर को हृदय में लाना होता है |यह ऑक्सीजन प्रचूर रुधिर तब शरीर के शेष हिस्सों में पंप किया जाता है| - हृदय हृदय हम इस प्रक्रम को विभिन्न चरणों में समझ सकते हैं-|- ऑक्सीजन प्रचुर फुफ्फुस से हृदय में बाई ओर स्थित कॉष्ठ- बाँया अलिंद मैं आता है |इस रुधिर को एकत्रित करते समय बाया अलिंद शिथिल रहता है| जब अगला कॉष्ठ -बाँया निलय, फैलता है तब यह संकुचित होता है जिससे रुधिर इसमें स्थानांतरित होता है| अपनी बारी पर जब पेशीय बाँया निलय संकुचित होता है ,तब रुधिर शरीर में पंपित हो जाता है| ऊपर वाला दाँया कॉष्ठ, दाँया अलिंद जब फैलता

भारत में पाई जाने वाली वनस्पति I भारत में पाए जाने वाले वन I

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हमारे देश में निम्न प्रकार की प्राकृतिक वनस्पतियां पाई जाती है। भारत में पाई जाने वाली वनस्पति (1) - उष्णकटिबंधीय वर्षा वन -  ये वन पश्चिमी घाटों के अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों लक्ष्यदीप अंडमान और निकोबार दीप समूह, असम के ऊपरी भागों तथा तमिलनाडु के तट तक सीमित है। ये उन क्षेत्रों में भली-भांति विकसित है जहां 200 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा के साथ एक थोड़े समय के लिए शुष्क ऋतु पाए जाते हैं । इन वनों में वृक्ष 60 मीटर या इससे अधिक ऊंचाई तक पहुंचते हैं क्योंकि ये क्षेत्र वर्ष भर गर्म तथा आर्द्र रहते हैं ,अतः यहां हर प्रकार की वनस्पति वृक्ष झाड़ियां वे लताएं उठती हैं और वनों में इनकी विभिन्न ऊंचाइयों से कई स्तर देखने को मिलते हैं । वृक्षों में पतझड़ होने का कोई निश्चित समय नहीं होता अतः यह साल भर हरे-भरे लगते हैं। इन वनों में सामान्य रूप से पाए जाने वाले जानवर -हाथी ,बंदर ,लैमूर और हिरण है। एक सींग वाले गैंडे असम और पश्चिम बंगाल के दलदली क्षेत्र में मिलते हैं। इसके अतिरिक्त इन जंगलों में कई प्रकार के पक्षी, चमगादड़ तथा कई रेंगने वाले जीव भी पाए जाते हैं। इन वनों के व्यापारिक महत्

First in World- general knowledge

सामान्य ज्ञान प्रश्न व उत्तर विश्व में प्रथम First in World- general knowledge उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति----  रोबर्ट पियरी दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति---   एमण्डसेन बैं क नोट जारीकर्ता प्रथम देश-----  स्वीड कागजी मुद्रा जारी करने वाला पहला देश----  चीन संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रथम राष्ट्रपति-----  जॉर्ज वॉशिंगटन ब्रिटेन का प्रथम प्रधानमंत्री-----  रोबोट वालपोल वायुयान से पहली उड़ान भरने वाला व्यक्ति----  राइट बंधु विश्व के चारों और समुद्री यात्रा करने वाला प्रथम व्यक्ति-----  फर्डीनेंड मैगलन चंद्रमा पर मानव भेजने वाला प्रथम देश----  संयुक्त राज्य अमेरिका कृत्रिम उपग्रह को अंतरिक्ष में प्रक्षेपण करने वाला प्रथम देश------  रूस आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन करने वाला प्रथम देश----  यूनान चंद्रमा पर उतरने वाला प्रथम व्यक्ति----  नील आर्मस्ट्रांग अंतरिक्ष में पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति----  मेजर यूरी गागरिन अंतरिक्ष में भेजा जाने वाला प्रथम अंतरिक्ष शटल----  कोलम्बिया(अप्रैल 1991) मंगल ग्रह पर उतरने वाला प्रथम अंतरिक्ष यान---

भारत का भूगोल

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  भारत का भूगोल - भारत एक विशाल देश है। यह उत्तरी गोलार्ध में स्थित है इसका मुख्य भाग 8°4' मिनट उत्तर से 37°6' उत्तर अक्षांश तथा 68°7' पूर्व से 97°5' पूर्वी देशांतर तक है कर्क रेखा 23°30' उत्तर में देश को लगभग 2 बराबर भागों में बांटती है। मुख्य भूभाग के दक्षिण पूर्व में, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में तथा दक्षिण-पश्चिम में लक्ष्यदीप समूह अरब सागर में स्थित है। भारत का मानचित्र भारत का भूभाग का कुल क्षेत्रफल 32. 8 लाख वर्ग किलोमीटर है । भौगोलिक क्षेत्रफल का यह 2.4 प्रतिशत है ।भारत विश्व का सातवां बड़ा देश है ।भारत की स्थल सीमा रेखा लगभग 15,200 किमी और समुद्री तटरेखा अंडमान और निकोबार दीप समूह तथा लक्ष्य दीप समूह के साथ 7,516. 6 किलोमीटर है। भारत के उत्तर पश्चिम उत्तर तथा उत्तर पूर्वी सीमा पर नवीनतम वलित पर्वत है। इसके दक्षिण का भूभाग उत्तर में चौड़ा है और 22° उत्तरी अक्षांश ए हिंद महासागर की ओर संकरा होता गया है । इसके पश्चिम में अरब सागर तथा पूर्व में बंगाल की खाड़ी स्थित है। गुजरात से अरुणाचल प्रदेश के स्थानीय समय में 2 घंटे का अं

नमक यात्रा और सविनय अवज्ञा आंदोलन

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नमक यात्रा और सविनय अवज्ञा आंदोलन   देश को एकजुट करने के लिए महात्मा गांधी को नमक एक शक्तिशाली प्रत्येक दिखाई दिया । 31 जनवरी 1930 को उन्होंने वायसराय इरविन को एक खत लिखा खत में उन्होंने 11 मांगों का उल्लेख किया था । इनमें से कुछ सामान्य मांगे थी जबकि कुछ मांगे उद्योगपतियों से लेकर किसानों तक विभिन्न तबकों से जुड़ी थी । गांधीजी इन मांगों के जरिए समाज के सभी वर्गों को अपने साथ जोड़ना चाहते थे ताकि उनके अभियान में सभी लोग शामिल हो सके । इनमें सबसे महत्वपूर्ण मांग नमक कर को खत्म करने के बारे में थी नमक का अमीर-गरीब सभी इस्तेमाल करते थे। यह भोजन का एक अभिन्न हिस्सा था इसीलिए नमक पर कर और उसके उत्पादन पर सरकारी इजारेदारी को महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन का सबसे दमनकारी पहलू बताया था। कांग्रेस के नेताओं की बैठक कांग्रेस के नेताओं की बैठक महात्मा गांधी का यह पत्र एक अल्टीमेटम की तरह था उन्होंने लिखा था । कि अगर 11 मार्च तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो कॉन्ग्रेस सविनय अवज्ञा आंदोलन छेड़ देगी । इरविन झुकने को तैयार नहीं थे । फल स्वरुप, महात्मा गांधी ने अपने 78 विश्वस्त वॉलिंटियरों के